In the modern era, the way our country is progressing, in the same way our scientists are progressing day by day, today’s scientists are making new discoveries and doing well for humanity.
One can think that it can now be cultivated even without soil, but today’s scientists have shown it by proving that now crops can be grown without soil and fertilizer, this technology proved to be a boon for those people. Those who are lacking enough space but the person who wants to do something in their life, be it women or men live in the village or in the cities, now everyone is adopting this technique in their house or on the terrace, balcony / terrace, The courtyard can also earn thousands of rupees by using empty rooms. For this, a little training and investment is required that by adopting this technique, every person can now join self-employment.
आज के आधुनिक दौर में जिस प्रकार से हमारा देश प्रगति कर रहा हैं उसी प्रकार से हमारे वैज्ञानिक भी दिनों – दिन प्रगति करते जा रहे हैं आज के वैज्ञानिक नई – नई खोज करके मानवता की भलाई का कार्य कर रहे हैं,
कोई सोच सकता हैं भला कि बिना मिटटी के भी अब खेती की जा सकती हैं, लेकिन आज के वैज्ञानिको ने यह सिद्ध करके दिखा दिया हैं, अब बिना मिटटी व खाद के भी फसल उगाई जा सकती हैं | यह तकनीक उन लोगों के लिए (वरदान) साबित हो रही हैं जिनके पास पर्याप्त जगह कि कमी हैं लेकिन वे व्यक्ति जो अपने जीवन में कुछ करने कि चाह रखते हैं, महिला हो या पुरुष गांव में रहता हो या शहरो में अब हर कोई इस तकनीक को अपनाकर अपने घर में या छतो पर बालकनी / टेरिस, आंगन, खाली पड़े कमरों को भी उपयोग करके हजारो रूपए कमा सकते है | इसके लिए आवश्यकता पड़ती हैं थोड़ा प्रशिक्षण व निवेश कि इस तकनीक को अपनाकर अब हर व्यक्ति स्वरोजगार से जुड़ सकता हैं |